गेंदा की पत्तियों (Marigold Leaves) का उपयोग
गेंदा (marigold) का पौधा आमतौर पर हर भारतीय घर या बगिचे में दिख जाता है। इसकी खूबसूरत पीली-नारंगी पत्तियां न सिर्फ पूजा-पाठ और सजावट के लिए, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। गेंदा के फूल और पत्तियों में कई औषधीय गुण होते हैं, जो आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज में काम आते हैं।
गेंदा की पत्तियों में कौन-कौन से गुण होते हैं?
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एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल: संक्रमण को रोकने में मददगार।
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एंटी-इन्फ्लेमेटरी: सूजन और जलन कम करने में उपयोगी।
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हेपेटोप्रोटेक्टिव: लीवर को स्वस्थ रखने वाली क्षमता।
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स्पस्मोजेनिक और साइटोटोक्सिक गुण: मांसपेशियों के दर्द और चोट में फायदेमंद।
गेंदा की पत्तियों का आयुर्वेदिक उपयोग
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कान दर्द: पत्तियों का ताजा रस निकालकर, रोज 2-3 बूंद कान में डालने से दर्द में राहत मिलती है।
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दांत दर्द: कुछ पत्तियां पानी में उबालें और उस गर्म पानी से कुल्ला करें। दिन में 2-3 बार यह करने से दांत दर्द ठीक होता है।
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त्वचा की समस्याएं: पत्तियों का रस या पेस्ट फोड़े-फुंसी, कील-मुंहासे, घाव व दाग-धब्बे पर लगाने से त्वचा स्वस्थ व चमकदार दिखती है।
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बुखार: गेंदे के फूल या पत्तियों की चाय पीने से बुखार में राहत मिलती है।
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सूजन और चोट: चोट-मोच या सूजन वाली जगह पर पत्तियों का रस लगाने से सूजन और दर्द कम होता है।
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बवासीर: बवासीर के इलाज में पत्तियों का प्रयोग लाभकारी होता है। इसका रस या पत्ते कालीमिर्च के साथ मिलाकर सेवन करने से खून बहना बंद होता है।
और क्या-क्या फायदे हैं?
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आंखों के रोग: आंखों के बाहर पत्तियों का रस लगाने से आंखों की सूजन में फायदा होता है।
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मूत्र रोग: 10 ग्राम पत्तियों के रस में मिश्री मिलाकर पीने से पेशाब रुकने की समस्या दूर होती है (लेकिन चिकित्सक से पूछकर ही सेवन करें)।
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बिवाई: जो लोग बिवाई या फटी एड़ियों से परेशान हैं, वह पत्तियों का रस वैसलीन में मिलाकर लगा सकते हैं।
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मासिक धर्म के विकार: मासिक धर्म में अत्यधिक रक्तस्त्राव या अनियमित ब्लीडिंग में पत्तों या फूल का सेवन फायदेमंद है।
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भूख की कमी: पत्तियों के रस का सेवन करने से भूख खुलती है।
कैसे इस्तेमाल करें?
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रस/जूस: ताज़ी पत्तियों को पीसकर उसका रस निकालें।
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पेस्ट: पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें।
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चाय/काढ़ा: पत्तियां या फूल पानी में उबालें, और छानकर पिएं।
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काढ़ा के तौर पर: 15-20 मिली एक बार में।
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लेप या मलहम: जख्म या घाव पर पत्तियों की पेस्ट या रस लगाएं।
गेंदा के नुकसान
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अत्यधिक सेवन से नुकसान हो सकता है, जैसे कमजोरी या कुछ मामलों में कामशक्ति में कमी।
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कोई भी उपयोग आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह से ही करें।
कहां मिलता है गेंदा?
गेंदा पूरे भारत में आसानी से मिल जाता है। लगभग हर घर, मंदिर और गार्डन में इसकी कई प्रजातियां पाई जाती हैं।
गेंदा की पत्तियां हमारे घर में सहजता से मिल जाने वाली, बेहद असरदार प्राकृतिक औषधि हैं। यह छोटी-छोटी तकलीफों से लेकर गंभीर बीमारियों तक, आसान घरेलू नुस्खों के तौर पर काम आती हैं। किसी भी तरह के उपचार के लिए इस्तेमाल से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें, ताकि इसका सही फायदा और सुरक्षा मिल सके।